कारगिल विजय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
“आज फिर एक सिपाही जंग में शहीद हो गया,
जीते जीते अपनी साँसे हमारे नाम कर गया”
इतिहास बनाने के लिए लंबी उम्र की नहीं, बल्कि बुलंद हौसलों की जरूरत होती है। यह हौसला तब आता है, जब रगों में देशप्रेम रक्त बनकर दौड़ता है। माथे पर देश की माटी का तिलक लगता है और यह माटी होती है-त्याग की, बलिदान की। भारतीय सैनिकों की शौर्यगाथा के अनगिनत उदाहरण हैं। हमारे सैनिक देश की सुरक्षा के लिए जान की बाजी लगाने का जज्बा रखते हैं। समय-समय पर उन्होंने इसे सिद्ध भी किया है। विषम परिस्थितियों में दुश्मनों से मोर्चा लेने में इनका जवाब नहीं। कारगिल युद्ध में भी कुछ ऐसी ही स्थिति रही है। हमारे सैनिकों ने बिना जान की परवाह किए वहां फतह हासिल की व दुश्मनों से अपने इलाके मुक्त कराए। कारगिल युद्ध में पाकिस्तानी सेना ने कारगिल की पहाड़ियों पर कब्जा करने की नापाक हरकत की थी जिसे भारतीय सेना ने कामयाब नहीं होने दिया। कारगिल युद्ध के आज 2 दशक पूरे हो चुके है इस युद्ध मे भारत ने अपने सैकड़ों वीर जवानों को खो दिया था जबकि हजारों जवान घायल हुए थे इन जवानों ने इस युद्ध मे अपने खून का आखरी कतरा देश की रक्षा के लिए न्यौछावर कर दिए थे । इन जवानों को हमारा शत- शत नमन जिन्होंने अपने अदम्य साहस के बल पर पाकिस्तानी घुसपैठियों के छक्के छुड़ा दिए।
कारगिल युद्ध भारतीय सेना के साहस औऱ जाबांजी का उदाहरण है, जिस पर देशवाशियों को गर्व है। जय हिंद।
अमित चौहान
आकृष्ट फाउंडेशन